विधायक अदिति सिंह ने एमएलसी, जिपं अध्यक्ष और उनके एक अन्य भाई समेत 16 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। शनिवार की रात यह मुकदमा विधायक पर 14 दिन पहले हुए हमले के मामले में लिखाया गया है। एमएलसी और उनके भाइयों पर प्राण घातक हमला कराने समेत अन्य गंभीर आरोप हैं। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।
सदर विधायक अदिति सिंह पर हुआ था हमला
प्रकरण जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव से जुड़ा हुआ है। बीती 14 मई को इसी अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मतदान होना था। इसके लिए तमाम सदस्य लखनऊ से रायबरेली आ रहे थे। सदर विधायक अदिति सिंह उनके साथ थीं। इन्हें रोकने की खातिर बछरावां टोल प्लाजा से प्रयास शुरू हो गए थे। जिपं सदस्यों के अपहरण और मारपीट तक हुई। इसी दौरान सदर विधायक अदिति सिंह पर भी हमला हुआ था। इसी मामले में विधायक ने नेवाजगंज निवासी एमएलसी दिनेश सिंह, उनके भाई जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह, गणेश सिंह और शहर के शहजादा कोठी निवासी अभिषेक सिंह व 10-12 अज्ञात के खिलाफ एफआइआर लिखाई है। विधायक का आरोप है कि महावीर महाविद्यालय हरचंदपुर के पास आरोपितों ने जान से मारने की नीयत से उनकी कार को डीसीएम से टक्कर मार दी। हालांकि इसमें वह बालबाल बच गई। इसके बाद उन पर हमला भी हुआ, लेकिन वह जान बचाने के लिए पीछे आ रही अपनी दूसरी गाड़ियों में सवार होकर निकल आईं। विधायक का कहना है कि यह घटना पूरी साजिश रच कर कराई गई है। घटना के बाद से वह लखनऊ स्थित अपने आवास पर थी, इसलिए मुकदमा दर्ज कराने में देरी हुई। उधर, सीओ महराजगंज आरपी शाही का कहना है कि मामले की विवेचना की जा रही है। इसमें अगर आरोप सही मिले तो आगे की कार्रवाई होगी।
हिंसा के मामले में यह तीसरी FIR
अविश्वास प्रस्ताव के दिन जिले में हुई हिंसा के मामले में यह तीसरी एफआइआर दर्ज हुई है। सबसे पहले बछरावां में जिपं सदस्य केशव प्रसाद के बेटे महादेव ने जिपं अध्यक्ष अवधेश सिंह, उनके भाई गणेश व अन्य के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई थी। इसके बाद जिपं सदस्य राकेश अवस्थी की तरफ से एक एफआइआर हरचंदपुर थाने में दर्ज कराई गई। इसमें एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह, जिपं अध्यक्ष अवधेश सिंह और उनके भाई गणेश सिंह सहित अन्य कई नामजद व अज्ञात आरोपित बनाए गए हैं।