वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने शुक्रवार को अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल को फोन करके कश्मीर में हुए आतंकी हमले के लिए अपनी संवेदना व्यक्त प्रकट की। उन्होंने कहा कि उनका देश भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है। बोल्टन ने कहा कि पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठनाें के सुरक्षित ठिकानों पर अमेरिका ने बहुत स्पष्ट चेतावनी दी है। इसके पूर्व कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किए गए आत्मघाती हमले के बाद व्हाइट हाउस ने इस्लामाबाद को आगाह किया है।
हम पाकिस्तान की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे
बोल्टन ने जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकी हमले के लिए अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए शुक्रवार की सुबह डोभाल को फोन पर कहा कि आतंकवाद का सामना करने में भारत को अमेरिका के पूर्ण समर्थन की पेशकश की। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं। इसके पूर्व व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि ‘पाकिस्तान अपनी धरती पर सक्रिय सभी आतंकवादी समूहों के लिए सुरक्षित पनाहगाह न बने।’ प्रेस सचिव ने सख्त लहजे में कहा कि पाकिस्तान आतंकी संगठनों को किसी तरह की मदद मुहैया न कराए। शुक्रवार को इस हमले की निंदा करते हुए अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए वह पूरी तरह से भारत के साथ खड़ा है।
परिवारों के प्रति गहरी संवेदना
अमेरिकी विदेश विभाग के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पालाडिनो ने कहा कि शहीद हुए अर्धसैनिक बल के जवानों और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। पालाडिनो ने कहा कि आतंकवादियों के मामले में हम सभी देशों से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का पालन करने और अपनी जिम्मेदारियों को बनाए रखने का आह्वान करते हैं। कांग्रेस के अध्यक्ष और डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार तुलसी गबार्ड ने कहा कि “हम जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले की निंदा करने में भारत के लोगों के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को इन जिहादियों और उनकी विचारधारा के खिलाफ खड़े होना चाहिए।