नई दिल्ली: शनिवार को NDA सरकार के चार साल पूरे हो गए हैं। इस मौक़े पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मोदी सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा। इस दौरान अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्हें गर्व है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अमित शाह ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत 2014 के चुनाव परिणामों से की।
शाह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार किसी गैर कांग्रेसी दल की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है। शाह ने कहा कि यह एक युग का अंत करने वाला जनादेश था। उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त में नरेंद्र मोदी सरकार आई जब देश की जनता मल्टी पार्टी डेमोक्रेसी सिस्टम से भरोसा खो चुकी थी।
अमित शाह ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी अपने वादों पर खरे उतरे हैं। शाह ने कहा कि भाजपा को गर्व है कि उन्होंने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक भ्रष्टाचार विहीन और पारदर्शी सरकार दी है। साथ ही एक ऩिर्णायक और कड़े फैसले लेने वाली सरकार दी है।
वादों पर खरी उतरी सरकार
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने जब सत्ता संभाली थी तो दो मुख्य वादे किए थे। नरेंद्र मोदी अपने दोनों वादों पर खरे उतरे हैं और दोनों ही 4 साल के भीतर पूरे कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने गांव, गरीब और किसान की हितैषी सरकार दी है।
मोदी ने किया सबका विकास
शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने लोगों के बीच बड़े ही सीधे और स्पष्ट संदेश दिए हैं, साथ ही कई उलझनों को भी दूर किया है। शाह ने कहा कि इससे पहले लोग बात करते थे कि ये सरकार गरीब की है या अमीर की, शहर के लिए काम करने वाली सरकार है या ग्रामीण हितों की सरकार है। शाह ने कहा कि मोदी ने इन उलझनों को दूर किया और दिखा दिया कि गांवों के साथ-साथ शहरों का भी विकास किया जा सकता ह। शाह ने कहा कि इससे पहले लोगों के बीच बात होती थी कि ये सरकार अफसरशाही चलाएगी या नेता लोग लेकिन पीएम मोदी ने चार साल में ये स्पष्ट कर दिया कि जनता के चुने हुए प्रतिनिधि कानून औऱ नीतियां बनाएंगे और अफसरशाही उसे लागू करवाएगी।
विपक्ष का एजेंडा मोदी मुक्त भारत
अमित शाह ने इस दौरान विपक्ष पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष का एजेंडा है कि मोदी और भाजपा को सत्ता से हटाया जाए। जबकि भाजपा का एजेंडा है कि देश से गरीबी, भ्रष्टाचार और अव्यवस्था को हटाया जाए। 2019 में सभी विपक्षी दलों के गठबंधन पर शाह ने कहा कि इससे पहले हुए चुनावों में भी बाकी दल खिलाफ ही चुनाव लड़े हैं लेकिन जीत भाजपा को मिली है।