उत्तर प्रदेश

डलमऊ आइये, डलमऊ की गंगा आपको सिसकती हुई नहीं बल्कि अल्हड़, मस्त इठलाती हुई मिलेंगी

डलमऊ : भले ही उच्चतम न्यायालय सहित केंद्र सरकार ने अनेकों बार गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए आदेश और योजनाओं को शुरू किया। उन आदेशों और योजनाओं का हाल बेहाल हो गया लेकिन गंगा-जमुनी तहज़ीब की नुमांदगी करने वाले डलमऊ के बाशिंदे गंगा की शुचिता को लेकर कुछ ज्यादा ही संवेदनशील हैं।

सरकारी तंत्र लापरवाह

नमामि गंगे योजना को डलमऊ में सरकारी तंत्र भले ही नजर अंदाज कर रहा हो, लेकिन डलमऊ बड़ा मठ के महामंडलेश्वर ब्रम्हचारी स्वामी दिव्यानंद गिरि, पर्यावरणविद् राजेंद्र वैश्य, नगर पंचायत अध्यक्ष बृजेश दत्त गौर समेत कुछ प्रबुद्धजनों द्वारा शुरू किया गया यह अभियान जन सहयोग से बीते डेढ़ वर्षो से प्रत्येक रविवार को गंगा घाट स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। गंगा घाटों की स्वच्छता के इसी क्रम में रविवार को भी पूरे उत्साह के साथ डलमऊ के पथवारी देवी घाट पर गंगा स्वच्छता अभियान चलाया गया। अभियान में गंगा विचार मंच व समाज के विभिन्न क्षेत्रों के लोग उत्साह पूर्वक सहभागिता भी कर रहे हैं।

गंगा मां है और मां को सम्मान मिलना चाहिए- राजेंद्र वैश्य

डलमऊ गंगा घाटों की सफाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले राजेंद्र कहते हैं, डलमऊ का हर बाशिंदा गंगा को मां मानता है। गंगा मां है और मां को वह सम्मान मिलना चाहिए जिसकी वह हक़दार है और इसीलिए डलमऊ में हर सम्प्रदाय के लोग गंगा की इठलाती लहरों को प्रदूषण के पंक से बचाने के लिए हमेशा एक रहे हैं। यह मां गंगा के प्रति डलमऊवासियों का अपार स्नेह ही तो है जो वह गंगा के बिना खुद को अधूरा मानते हैं और ऐसा क्यों ना हो बचपन से लेकर बुढ़ापे तक हर कदम पर गंगा की लहरें डलमऊवासियों को अपने आंचल में समेटती रहती है। यकीं मानिए कभी डलमऊ आइये डलमऊ की गंगा आपको सिसकती हुई नहीं बल्कि अल्हड़ मस्त इठलाती हुई मिलेंगी।

गंगा स्वच्छता का संदेश

इसी क्रम में रविवार को कारसेवकों ने गंगा के पथवारी देवी घाट पर पड़ी पॉलीथिन व अन्य दूषित सामग्री को बाहर निकालकर उसका निस्तारण किया और घाट पर स्नान करने आए श्रद्धालुओं व तट पर रहने वालों को भी घाटों की साफ-सफाई कर गंगा स्वच्छता का संदेश दिया। स्वच्छता अभियान के दौरान डलमऊ बड़ा मठ के ब्रम्हचारी स्वामी दिव्यानंद गिरि ने कहा कि गंगा तट पर स्वच्छता अभियान की तरह ही कस्बे की विभिन्न मलिन बस्तियों में भी स्वच्छता अभियान चलाने की दिशा में सरकारी तंत्र को पहल करना चाहिए। अरविंद गौड़ कहते हैं कि डलमऊ की पहचान मां गंगा की स्वच्छता व संरक्षण के लिए सभी को दलीय राजनीति से ऊपर उठकर सहयोग करना चाहिए। रमेश चौधरी ने कहा कि गंगा के आंचल को स्वच्छ रखना सभी की नैतिक जिम्मेदारी है।

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