उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने का आश्वासन दिया है। कुम्भ कार्यों की समीक्षा के लिए शनिवार को इलाहाबाद आए सूबे के मुखिया ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि इसके लिए प्रस्ताव आया है। राज्यपाल राम नाईक ने इस पर सहमति जताई है। प्रदेश सरकार इसके लिए जल्द ही प्रयास करेगी। योगी सरकार के इस फैसले पर राजनीति होना शुरू हो गयी है। यूपी में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर योगी सरकार पर जमकर हमला बोला।
मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि संतों और अन्य गणमान्य लोगों ने इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किए जाने का प्रस्ताव रखा जिसे सरकार की ओर से पहले ही प्रयागराज मेला प्राधिकरण का गठन करते हुए सिद्धांत रूप में मंजूरी दी जा चुकी है। प्रदेश के राज्यपाल ने भी इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति जता दी है। हमारा प्रयास होगा कि जल्द से जल्द इलाहाबाद का नाम प्रयागराज हो जाए।
इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किये जाने के सरकार के प्रस्ताव को समाजवादी पार्टी राजनैतिक फैसला करार दे रही है। समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता निधि यादव का कहना है कि प्रदेश सरकार जनता को मुद्दों से भटकाने के लिये नाम बदलने की राजनीति कर रही है। समाजवादी पार्टी एमएलसी वासुदेव यादव ने भी इसे असल मुद्दों से ध्यान भटकाने का एक राजनैतिक फैसला कहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी जनता का जरूरी मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिये समय-समय पर नाम बदलने का काम करती है।