दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को बुधवार को नोटिस भेज उनसे कहा है कि वह मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर फरवरी में हुए कथित हमले के मामले की जांच में शामिल हों। पुलिस ने आज यह जानकारी दी। आरोप है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी के विधायकों ने अंशु प्रकाश के साथ मारपीट की। पिछले शुक्रवार को पुलिस ने इस मामले में केजरीवाल से उनके आवास पर तीन घंटे पूछताछ की। मुख्य सचिव ने आरोप लगाया कि 20 फरवरी को आम आदमी पार्टी के दो विधायकों ने मुख्यमंत्री के आवास पर उनकी मौजूदगी में उनके (अंशु प्रकाश) के साथ मारपीट की। आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान और प्रकाश जरवाल को कथित मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि बाद में उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त हेमेंद्र कुमार ने आईएएनएस को बुधवार को बताया कि पुलिस ने सिसोदिया को नोटिस भेजकर उनके आधिकारिक आवास पर शुक्रवार को 11 बजे जांच में सहयोग करने को कहा है।
बता दें कि इससे पहले भी खबर आई थी कि मुख्यमंत्री आवास पर मीटिंग के दौरान दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की कथित पिटाई के मामले में दिल्ली पुलिस मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करेगी। पुलिस ने पूछताछ के लिए 18 मई की तारीख तय की थी। चार महीने पहले हुई घटना के चलते दिल्ली सरकार और नौकरशाही के बीच गतिरोध की स्थिति उत्पन्न हुई थी। एडिशनल डीसीपी(नार्थ) हरेंद्र सिंह ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि सीआरपीसी के अंडर सेक्शन 160 के तहत अरविंद केजरीवाल को नोटिस जारी कर जांच से जुड़ने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि हमने अरविंद केजरीवाल को स्थान तय करने का विकल्प दिया है, या तो वह घर पर सवालों का जवाब दे सकते हैं या फिर दफ्तर में। मुख्य सचिव की कथित पिटाई के मामले में पुलिस पहले ही 11 विधायकों से पूछताछ कर चुकी है।
ये सभी विधायक 19 फरवरी को घटना वाली रात दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास पर मीटिंग के दौरान उपस्थित थे।पिछले महीने जांच के दौरान पुलिस ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री आवास पर सुनियोजित तरीके से मुख्य सचिव पर हमले की घटना हुई थी।इस पर आम आदमी पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा था कि दिल्ली पुलिस जानबूझकर घटना से मुख्यमंत्री का नाम जोड़ने की कोशिश कर रही है।