गधे को काले और उजले रंग से रंग कर इंसान को धोखा देने की चिड़ियाघर प्रशासन की यह चालाकी ज्यादा समय तक नहीं चल सकी। मिस्र के एक चिड़ियाघर में घूमने आए सैलानी उस वक्त हैरान रह गए जब चिड़ियाघर प्रशासन ने एक गधे को रंग कर उसे जेब्रा बनाकर बाड़े में रख दिया। चिड़ियाघर में अपने पसंदीदा जानवरों को देखने आए एक सैलानी की नजर जब इस ‘जेब्रा के रंग में छिपे गधे’ पर पड़ी तो हंगामा मच गया। इजिप्ट के ही एक छात्र मोहम्मद ए सरहानी ने जू प्रशासन की इस चालाकी का भंडाफोड़ कर दिया। उन्होंने जेब्रा के रंग में रंगे गंधे की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर डाली। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर यह तस्वीर डालते हुए लिखा कि आम तौर पर जेब्रा को लंबे कान नहीं होते, लेकिन इस जानवर के सिर के कई भागों को पेन्ट भी किया गया है। चिड़ियाघर में जेब्रा के रुप में रखे गए गधे की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल भी हुई है।
गर्म मौसम की वजह से लगा पेन्ट छूटने लगा
इस जानवर को नजदीक से देखने के बाद इस छात्र ने पाया कि बाड़े में जिस जानवर को जेब्रा बनाकर रखा गया है वो असल में एक गधा है। जानकारी के मुताबिक ‘इंटरनेशनल गार्डेन म्यूनिसिपल पार्क जू’ के ही एक कर्मचारी ने गधे को उजले और काले रंग के पेन्ट से रंगने के बाद उसके बालों को बड़ी ही करीने से काटकर उसे जेब्रा का रुप दिया है। लेकिन अत्यधिक गर्म मौसम की वजह से गधे पर लगा पेन्ट छूटने लगा। हैरानी की बात है कि जू प्रशासन ने इस बात से इनकार कर दिया है कि उन्होंने एक गधे की रंगाई-पुताई कर उसे जेब्रा बनाकर लोगों को दिखाने की कोशिश की है।
दो गधों को काले-उजले रंग से किया पेंट
इससे पहले मिस्र में ही ऐसा एक और भी मामला सामने आया था। साल 2009 में मिस्र के एक चिड़ियाघर में दो जेब्रा की मौत हो गई थी। उस वक्त कहा जा रहा था कि जो जेब्रा की मौत भूख की वजह से हुई है। लेकिन चिड़ियाघर प्रशासन ने इस बात को छिपाने के लिए दो गधों को काले-उजले रंग से पेंट कर उन्हें जेब्रा के बाड़े में डाल दिया था। हालांकि बाद में जू प्रशासन की पोल-पट्टी खुल गई थी।