लखनऊ : देश में मॉब लिंचिंग की घटनाएं ना तो थम रही हैं ना मारने वालों के मन में कोई डर है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा कि राज्य सरकारें कड़ाई बरतें ऐसी घटनाओं पर लेकिन कोई फर्क नहीं। फिर से राजस्थान के अलवर में गो-तस्करी के आरोप में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। अब उस मामले पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भाजपा सरकार पर तंज कसा है। अपने ट्वीट में अखिलेश यादव ने लिखा कि भीड़तंत्र फिर से अलवर में अकबर की हत्या कर गया। सत्ताधारी एक बार फिर ‘दोषियों के खिलाफ कठोर कारवाई करेंगे’ जैसे खोखेल दावे करके फिर से उन हिंसक लोगों को पुरस्कृत करेंगे और गले में माला डालकर सम्मानित करेंगे और ऐसी घटनाओं पर चुप रहनेवालों की चुप्पी और भी गहरी हो जाएगी। घोर निंदनीय!
जयंत सिन्हा ने मॉब लिंचिंग के आरोपियों को सम्मानित किया था
बता दें कि हरियाणा के कोलागांव निवासी अकबर खान अपने एक साथी के साथ मिलकर अलवर के लालावंडी गांव के करीब से गायें लेकर जा रहा था। तभी गांव के कुछ लोगों ने दोनों को गो-तस्करी के आरोप में पीटना शुरु कर दिया। इस पिटाई में अकबर खान की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। सत्तापक्ष समेत कई नेताओं ने इस घटना की घोर निंदा की है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले भाजपा नेता और केन्द्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने मॉब लिंचिंग के आरोपियों को सम्मानित किया था। जिसके बाद जयंत सिन्हा को काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी। अखिलेश यादव ने भी इसी मुद्दे को आधार बनाते हुए भाजपा को निशाने पर लिया है। वहीं अकबर खान को भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार देने की घटना सुप्रीम कोर्ट के मॉब लिंचिंग को लेकर दिए गए फैसले के 4 दिन बाद ही घटी है।
मॉब लिंचिंग को लेकर अलग कानून बनाने का निर्देश
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में मॉब लिंचिंग को लेकर अलग कानून बनाने का निर्देश दिया था। अपने फैसले में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने कहा था कि कोई भी नागरिक कानून को अपने हाथ में नहीं ले सकता है और सरकार को इसके खिलाफ सख्त कारवाई करनी चाहिए। डर और अराजकता के माहौल में राज्य सरकारों को सकारात्मकता के साथ कारवाई करनी चाहिए। अकबर खान से पहले राजस्थान के अलवर में ही पहलू खान नामक व्यक्ति की भी बीते साल इसी तरह भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।