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बुराड़ी के बाद अब रांची में एक ही परिवार के सात लोगों के शव मिले, दो बच्चे भी

रांची : दिल्ली के बुराड़ी में 11 लोगों की आत्महत्या का मामला अभी भी उलझा हुआ है। लगातार जांच के बाद भी कोई सुराग नहीं मिल रहा कि आत्यहत्या की क्या वजह थी। बुराड़ी आत्महत्या कांड से देश उबर ही रहा था कि झारखंड की राजधानी रांची में एक ही परिवार के सात लोगों के शव घर के अंदर पाए गए हैं। शुरुआती जांच में पुलिस इसे आत्महत्या का मामला बता रही है। मरने वाले सात लोगों में पांच व्यस्क और दो बच्चे बताए जा रहे हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने सातों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में पुलिस आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इन लोगों ने क्यों खुदकुशी की?

यह घटना शहर के कांके इलाके की है। यहां सोमवार की सुबह पुलिस को एक घर में सात लोगों के मृत होने की सूचना मिली। इस मामले में डीआईजी एवी होमकर ने कहा, ‘शुरुआत में ऐसा लग रहा है पैसों की समस्या के चलते दो भाइयों ने पहले पूरे परिवार को मार डाला फिर खुद भी फांसी लगा ली। एक पंद्रह पन्ने का और एक दो पन्ने का सूइसाइड लेटर बरामद हुआ है।’

 आर्थिक तंगी से जूझ रहा था परिवार

रांची के एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि सूचना मिलते ही करीब 11 बजे वहां पुलिस पहुंची। शुरुआती जांच में यह खुदकुशी का मामला लग रहा है। आसपास के लोगों और रिश्तेदारों ने भी पुलिस को बताया कि यह परिवार पिछले कुछ दिनों से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। वैसे बताया जा रहा है कि दीपक झा मूलरूप से बिहार भागलपुर के रहने वाले थे। वह यहां एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे और अपने परिवार के साथ किराए के घर में रहते थे। सोमवार की सुबह दीपक, उनकी पत्‍नी, उनके माता-पिता और बच्‍चे का शव पड़ा था।

हजारीबाग में भी हुई थी सामूहिक आत्महत्या
इससे पहले प्रदेश के हजारीबाग जिले में भी एक ही परिवार के छह लोगों ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस को वहां लिफाफे पर सूइसाइड नोट मिला था। इसपर गणित के ‘सूत्र’ की तरह सूइसाइड की वजह को समझाया गया था।

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