उत्तर प्रदेश

24 घंटे से बंधक प्रियंका गांधी, अब भी सोनभद्र जाने की जिद पर अड़ी

मिर्जापुर से फरहान अहमद: वाराणसी से सोनभद्र नरसंहार के पीडि़तों से मिलने उनके गांव जाने की जिद पर अड़ीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी अब इन पीडि़तों से कहीं पर भी मिलने को तैयार हैं। वह इन लोगों से बिना मिले मिर्जापुर से जाने को तैयार नहीं हैं।

मिर्जापुर के चुनार किला में देर रात तीन बजे तक कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक करने वाली प्रियंका गांधी को सुबह करीब 4:30 बजे नींद आई। इसके बाद 10:30 बजे वह कमरे से बाहर आकर लोगों से मिलीं। इस दौरान उन्होंने फिर दोहराया कि वो बिना मिले वापस जाने वाली नहीं हैं। प्रशासन चाहे तो पीडि़तों और उनके परिजनों को चुनार ले आये या फिर कहीं और मिलवा दे। या उन्हें चार लोगों के साथ सोनभद्र जाने की इजाजत दे। इसके साथ ही प्रियंका ने कहा कि उन्हें चुनार में पिछले करीब 24 घंटों से किस आधार पर रखा गया है इसका जवाब प्रशासन नहीं दे रहा है। प्रशासन की बस एक ही रट है कि वह सोनभद्र नहीं जा सकती।

सोनभद्र में दस लोगों की हत्या के बाद वहां धारा 144 लागू होने के बाद भी पीडि़त परिवार के लोगों से मिलने जाने की जिद पर अड़ीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को आज तड़के करीब चार बजे नींद आई। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी 24 घण्टे बाद भी चुनार के गेस्ट हाउस में हैं। प्रियंका बिना पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात किये वापस जाने को तैयार नहीं हैं। उमस भरी गर्मी के बीच चुनार किले के गेस्ट हाउस में कैद प्रियंका गांधी ने रात में गेस्ट हाउस की कैंटीन का ही भोजन किया।

प्रियंका वाड्रा को मनाने के लिए शनिवार आधी रात के बाद कमिश्नर मीरजापुर मंडल और वाराणसी मंडल पहुंचे। इनके साथ मे एडीजी पुलिस मौजूद रहे लेकिन वार्ता बेनतीजा साबित हुई। प्रियंका को मनाने देर रात वाराणसी से एडीजी ब्रजभूषण और कमिश्नर दीपक अग्रवाल भी पहुंचे और दो दौर की बातचीत के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला। देर रात अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने अपना रुख कुछ लचीला भी किया था और पीडि़तों के परिजनों से कहीं भी मुलाकात को तैयार हो गई थीं लेकिन जिला प्रशासन ने कोई आश्वासन नहीं दिया।

आज सुबह से ही कार्यकर्ताओं का आना शुरू हो गया। चुनार के गेस्ट हाउस में रात भर कार्यकर्ताओं का भी जमावड़ा लगा रहा। रात भर गेस्ट हाउस पर भीड़ कुछ कम रही। सुबह होते ही एक बार फिर भीड़ बढऩे लगी है। राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया रात तीन बजे तक यहीं रहने के बाद सुबह सात बजे फिर पहुंच गए हैं।

प्रियंका वाड्रा ने रात को चुनार गेस्ट हाउस में बने सादा दाल, चावल और सब्जी का ही भोजन किया। वहां पर अन्य कार्यकर्ताओं के लिए भोजन के पैकेट्स आए। भीषण गर्मी में बार-बार बिजली कटौती से परेशान प्रियंका गेस्ट हाउस के दूसरी ओर अकेले टहलती रहीं। उनके पीए संदीप ने बताया कि भोर में करीब साढ़े चार बजे प्रियंका गांधी सोने के लिए कमरे में गईं।

रात ढाई बजे के बाद तक वह गेस्ट हाउस के कमरे में राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया से बातें करती रहीं। बातचीत के दौरान ही वह गेस्ट हाउस के पिछले दरवाजे से बाहर आकर टहलने लगीं। अभी तक इस गेट पर केवल एसपीजी के जवान ही तैनात थे। प्रियंका को पिछले गेट से निकलकर टहलते देख जिला प्रशासन के अधिकारियों में खलबली मच गई। एसडीएम मडि़हान सुरेंद्र बहादुर सिंह ने तत्काल वहां भी फोर्स की तैनाती कराई। चुनार किला के गेस्ट हाउस में आधी रात के बाद प्रियंका गांधी को पिछले दरवाजे पर टहलते देख वहां पर मौजूद अधिकारियों की सांसें अटक गईं। वहां एसडीएम मडि़हान के निर्देश पर फोर्स की तत्काल तैनाती की गई और जवानों को विशेष निर्देश दिए गए। प्रियंका गांधी शुक्रवार रात दो बजे तक कई दौर में अधिकारियों के साथ बैठक करती रहीं।

द फ्रीडम स्टॉफ
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