The Freedom News, Lucknow: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुशासन से जनता परेशान है। नौजवान बेकारी के शिकार हैं। किसान बदहाल हैं। भाजपा सरकार हमारे कामों को अपना बता रही हैं। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में काम बोलेगा और सपा अकेले चुनाव लड़कर बहुमत की सरकार बनाएंगी। उन्होंने भाजपा पर बुनियादी मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया। अखिलेश ने बयान में कहा, संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की अपनी गरिमा एवं मर्यादाएं हैं। उसकी भाषा में संयम और बर्ताव में आत्म अनुशासन की अपेक्षा की जाती है। बोली की जगह गोली, ठोक दो और बदला लेंगे जैसी भाषा का इस्तेमाल अलोकतांत्रिक एवं गैर जिम्मेदाराना है। ऐसी भाषा से अराजकता बढ़ी है, सामाजिक वातावरण प्रदूषित हुआ है। क्या ऐसी ही भाषा और तुकबंदी से प्रदेश की धरती पर रामराज उतारेंगे?
उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार में राज्य में व्यापक विकास कार्य हुए थे। सन 2022 के विधानसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में भी काम बोलेगा और समाजवादी पार्टी अकेले चुनाव लड़कर 351 सीटों पर विजय पताका फहराकर भारी बहुमत की सरकार बनाएगी और चुनावी रणनीति के तहत समाजवादी पार्टी सभी को जोड़कर चलेगी। कहा कि तीन सालों में सरकार का कोई उल्लेखनीय काम नजर नहीं आ रहा है।
मेडिकल कॉलेज बनाने का भाजपा झूठा दावा कर रही है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे समाजवादी सरकार की देन है। भाजपा ने इसके साथ बस समाजवादी नाम हटाने का काम किया हैं। इसके लिए जमीन खरीद से लेकर एलाइनमेंट तक का काम सपा शासनकाल में हुआ था। उन्होंने कहा, एचसीएल, मेट्रो, आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे सब सपा सरकार की उपलब्धियां हैं। भाजपा राज के तीन सालों में लखनऊ मेट्रो एक कदम आगे नहीं बढ़ पाई। समाजवादी सरकार बनने पर लखनऊ के पालीटेक्निक चौराहे से बाराबंकी तक मेट्रो चलेगी।
CAA, NPR, NRC के खिलाफ
सपा अध्यक्ष ने कहा, जो कानून देश की जनता में नफरत फैलाता है, समाज को बांटता है सपा उसके खिलाफ है। नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ है। उन्होंने कहा, लोकसभा में कांग्रेस, भाजपा समेत कई दलों ने जातीय जनगणना पर सहमति जताई थी लेकिन अब भाजपा भी कांग्रेस की राह पर है। जाति गणना हो जाने पर सबको संख्या के अनुपात में हक एवं सम्मान मिलेगा।
समाजवाद के खिलाफ बोलना संविधान विरोधी
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा। कहा कि समाजवाद शब्द भारतीय संविधान की प्रस्तावना का हिस्सा हैं। वह अपने ऊपर ‘सैफरन सोशलिस्ट‘ किताब लिखवाते हैं, इसका क्या मतलब है ? संवैधानिक पद पर बैठकर समाजवाद के विरोध में बोलना संविधान विरोधी आचरण है।
न गंगा सफाई न गोमाता की सुरक्षा
पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा सरकार अपने वादे तीन वर्ष पूरे करने जा रही है लेकिन न तो गंगा की सफाई हुई और नहीं गौमाता की सुरक्षा। प्रदेश में आवारा जानवरों और सांडों से किसान परेशान हैं। भाजपा सभी मोर्चों पर विफल रही है। भाजपा सरकार ने जनता को बहुत दुखी और निराश किया है।