कीव में फंसे भारतीय छात्रों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इंडियन एम्बेसी अपने शेल्टर होम में रह रहे भारतीय छात्रों को यह नहीं बता पा रही है कि उन्हें वापस कब भेजा जाएगा। इसी बीच एम्बेसी ने छात्रों से कह दिया है कि आज उनके खाने-पीने की व्यवस्था नहीं हो पाएगी। इसी बात को लेकर वहां मौजूद करीब एक हजार स्टूडेंट्स ने जमकर हंगामा कर दिया। एम्बेसी के अधिकारियों और स्टूडेंट्स के बीच जमकर तू-तू, मैं-मैं हुई।
एक भारतीय छात्र मधुकर प्रसाद ने बताया कि एक दिन पहले एम्बेसी ने थोड़ा बहुत खाना दिया था। हम 6 लोगों के बीच एक प्लेट खाने के लिए दी गई। सब भूखे ही रहे। रातभर बम धमाकों की आवाज आती रही तो सो कोई नहीं पाया। जब हमने इंडियन एम्बेसी के लाेगों से पूछा कि हमें भारत कब वापस भेजा जाएगा तो उनके पास सीधा कोई जवाब नहीं है। वे यही कह रहे हैं कि हम कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही आज एम्बेसी की ओर से साफ कह दिया गया है कि हमारे पास खाने की सुविधा नहीं है। स्टूडेंट्स को पीने का पानी भी नहीं मिल पा रहा है। एम्बेसी में हंगामे के दौरान एक छात्र ने कहा कि हम तैयार हैं। जब मरना ही है तो हम बाहर जाकर मरेंगे।
एम्बेसी के अधिकारियों ने स्टूडेंट्स से कहा कि स्टूडेंट यहां रहना चाहें तो रह सकते हैं। हमें कोई तकलीफ नहीं है। यदि आप जाना चाहते हैं तो अपने एजेंट्स से संपर्क करके जा सकते हैं। एम्बेसी के अधिकारियों ने कहा कि यदि कोई जाना चाहता है तो कोई बॉर्डर पर न जाए। कीव में बसें उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। जो गाड़ियां जा रही हैं, वे सिर्फ छोटे वाहन हैं। हमने हर जगह सूचना दे दी है, फिलहाल हम वेट कर रहे हैं। बाहर जंग छिड़ी हुई है, इसलिए ज्यादा दिक्कतें आ रही है।
भारतीय छात्रों का आरोप है कि न तो एम्बेसी का कोई बड़ा अधिकारी हमसे आकर बात कर रहा है और न ही भारत भेजने के लिए कोई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। राजस्थान की छात्र मानसी जाट ने बताया कि स्कूल की बिल्डिंग से ही दूर हो रहे धमाके हमें दिख रहे हैं। सांस अटकी हुई है। बाहर निकल नहीं सकते क्योंकि वहां जंग चल रही है। शेल्टर होम में भूखे-प्यासे बैठे हैं, सब्र जवाब दे रही है।
कीव के कई इलाकों में स्टूडेंट्स फंसे
एम्बेसी में मौजदू स्टूडेंट्स के मुताबिक कीव के बाहरी इलाकों में अभी भी कई भारतीय फंसे हुए हैं। वे न तो पोलैंड, हंगरी, रोमानिया बॉर्डर की तरफ जा पा रहे हैं और न ही एम्बेसी की तरफ आ पाए हैं। सड़कों पर हैवी फायरिंग चल रही है।