वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को सदन में झारखंड में मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा हत्या) के मामले को उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर खूब तंज कसा। उच्च सदन में राष्ट्रपति अभिभभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने सदन चलाने के लिए विपक्ष से सहयोग मांगा और विपक्षी दलों को इस बात पर विचार करने का परामर्श दिया कि क्या उनका रास्ता सही है।
चर्चा में भाग लेते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने नड्डा के इस सुझाव पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र, समाजवाद, संघवाद और बहुसंख्यकवाद में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि भारत की एकता, अखंडता, स्वतंत्रता व मान सम्मान और अस्तित्व के लिए यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसी रास्ते पर चलती रहेगी और चुनाव में हार जीत से उसका रास्ता नहीं बदल सकता।
आजाद ने कहा, “झारखंड मॉब लिंचिंग और उत्पात का कारखाना बन गया है। हर हफ्ते वहां दलित और मुसलमान मारे जाते हैं। प्रधानमंत्री जी ‘सबका साथ सबका विकास’ की लड़ाई में हम आपके साथ हैं लेकिन लोगों को दिखाई देने के लिए इसका होना जरूरी है। यह हमें कहीं भी दिखाई नहीं दे रहा।”
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप न्यू इंडिया को अपने तक रखें और हमें हमारा पुराना भारत दें, जहां प्रेम, संस्कृति थी। जब मुसलमान और दलित आहत होते थे तो हिंदुओं को दर्द महसूस होता था। जब कोई चीज हिंदुओं की चोट पहुंचाती, तो मुस्लिम और दलित उनके लिए आंसू बहाते थे।”
आजाद ने कहा, “पुराने भारत में नफरत, गुस्सा या मॉब लिंचिंग नहीं था। न्यू इंडिया ऐसा है जहां इंसान एक-दूसरे के दुश्मन हैं। आप जंगल में जानवरों से नहीं डरेंगे, लेकिन आप एक कॉलोनी में इंसानों से डरेंगे। हमें भारत दें जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई एक दूसरे के लिए जीते हैं।”