बारिश से जलभराव के बाद अब डेंगू का खतरा मंडराने लगा है। शहर के खाली प्लांटों में लार्वा पनप रहा है और स्वास्थ्य विभाग बेखबर है। हालात ये हैं कि लोगों को किसी भी वक्त बीमारियां फैलने का डर सता रहा है। वहीं नगर पालिका हर बार अपना पल्ला झाड़ लेता है। मगर समस्या हर साल जस की तस मुंह बाय खड़ी हो जाती है। ऐसे में अगर नगर पालिका और स्वास्थ्य विभाग समय रहते ही नहीं जागा तो मच्छरों की फौज के आगे प्रशासन को एक बार फिर घुटने टेकने पड़ सकते हैं।
संसारपुर में देवेंद्र सिंह के घर के आगे जलभराव से महामारी और संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। नगर पालिका से शिकायत करने पर पल्ला झाड़ लेते हैं। आस पास रहने वाले निवासियों का कहना है कि बारिश के मौसम में जगह-जगह पानी व कीचड़ जमा होने के कारण उसमें मच्छर व तरह-तरह के बैक्टीरिया पैदा होते है जो कि विभिन्न प्रकार की बीमारियों को दावत देते है, इसके अलावा मौसम में नमी के कारण बैक्टीरिया अधिक पनपते है, जो पानी को दूषित कर बीमारियों का कारण बनते है।
पानी में पनपता है डेंगू व मलेरिया फैलाने वाला मच्छर
डेंगू बुखार भी मच्छरों के काटने से ही फैलता है, लेकिन डेंगू फैलाने वाले मच्छर साफ पानी में पनपते हैं, एडिज मच्छर के काटने से फैलने वाले इस रोग का प्रभाव मरीज के पूरे शरीर और जोड़ों में तेज दर्द के रूप में होता है। उन्होंने बताया कि मलेरिया बरसात में होने वाली आम लेकिन गंभीर संक्रामक बीमारी है, जो जलजमाव से पैदा होने वाले मच्छरों के काटने से होती है। यह रोग मादा ऐनाफिलिज मच्छर के काटने से फैलता है। प्रदूषित पानी और खाद्य पदार्थो से फैलता है डायरिया