डलमऊ: योगी आदित्यनाथ कितने भी बयान दें कि भ्रष्टाचारियों की खैर नहीं लेकिन भ्रष्टाचारियों को किसी का डर नहीं। भ्रष्टाचार और घटिया निर्माण एक और नजीर पेश की है डलमऊ नगर पंचायत ने।
मुराई बाग चौराहे से डलमऊ गंगा घाट तक इंटरलॉकिंग लगनी है। लेकिन जुम्मा जुम्मा महीने भर पहले लगी इंटरलॉकिंग जगह जगह से ना सिर्फ उखड़ रही है बल्कि धंसकर टूट जा रही है। लगभग 1 करोड़ 80 लाख की लागत से लगी इंटरलॉकिंग टूटने से नागरिकों को रोज समस्याओं का सामना कर पड़ रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि नगर पंचायत अधिकारी और ठेकेदारों की मिलीभगत ने गुणवत्ता को किनारे रखकर घटिया निर्माण करवाया है। 12 से ज्यादा ठेकेदारों ने इंटरलॉकिंग का काम करवा रहे हैं।
जांच के आदेश
नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी अमित सिंह ने जांच के आदेश दिये हैं। प्रत्यक्ष रूप से इंटरलॉकिंग टूटने के बावजूद अमित कहते हैं कि यदि लापरवाही मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। भुगतान भी रोक सकते हैं। नगर पंचायत के जेई जियालाल कहते हैं ठेकेदारों के विरूद्ध नोटिस जारी किया जाएगा।