International Desk: पाकिस्तान में भी तब्लीगी जमात के संक्रमित लोगों की हरकतें जारी हैं। वहां पर क्वारंटाइन किए गए जमात सदस्यों ने भागने की कोशिश की है। इनमें कुछ को पकड़ लिया गया है। लेकिन इससे इलाके की कानून व्यवस्था को लेकर समस्या खड़ी हो गई है। लाहौर स्थित एक्सपो सेंटर फील्ड हॉस्पिटल में चार सौ से ज्यादा कोरोना संक्रमित क्वारंटाइन में रखे गए हैं। इनमें ज्यादातर तब्लीगी जमात से संबंधित हैं। तब्लीगी जमात के लोग केवल पाकिस्तान और भारत में ही नहीं मलेसिया, इंडोनेसिया और ब्रुनोई में भी कोरोना वाहक साबित हुए हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट में कहा गया है कि गुरुवार को जमात सदस्यों ने अस्पताल में रहने से इन्कार कर दिया और बाहर जाने की कोशिश में हंगामा करते हुए हॉस्पिटल का गेट तोड़ दिया। कुछ मरीज निकल भी भागे लेकिन पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए उन्हें पकड़ लिया, साथ ही उत्तेजित अन्य मरीजों को समझाकर अस्पताल में अंदर किया। अस्पताल का प्रबंधन संभाल रहे डॉ. असद असलम के अनुसार मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती हो गई है। अब हालात नियंत्रण में हैं।
जमात के सदस्य मुहम्मद शब्बीर ने बताया है कि अस्पताल में उन्हें जबरन रोककर रखा गया है जबकि उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। ऐसा कई लोगों के साथ हुआ है। डॉक्टर क्वारंटाइन पीरियड पूरा होने पर ही जाने की बात कह रहे हैं जबकि हम ठीक होने पर अब अपने घर जाना चाहते हैं। जबकि डॉ. असलम ने कहा है कि क्वारंटाइन पीरियड पूरा किए बगैर घर जाने वाले लोग परिवार और समाज के लिए खतरा बने रहेंगे, इसलिए इलाज का प्रोटोकॉल पूरा किया जाना जरूरी है।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों पाकिस्तान की इमरान सरकार ने कट्टरपंथियों के दबाव में रमजान के दौरान मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत दे दी थी। इसके बाद पाकिस्तान की शीर्ष चिकित्सा संस्था ने सरकार के मस्जिदों को खोलने के फैसले को लेकर चेतावनी दी थी और कहा था कि मस्जिदें कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने का बड़ा जरिया बन सकती हैं। वहीं पाकिस्तान में आए दिन हजारों लोग मस्जिदों में जमा हो रहे हैं और शारीरिक दूरी की धज्जियां उड़ाते हुए इफ्तार पार्टियां कर रहे हैं। इससे पाकिस्तानी हुक्मरानों की नींद उड़ गई है।