श्रीनगर से इखलास याटू: कश्मीर में जैसे जैसे सामान्य स्थिति बहाल होती जा रही है वैसे वैसे पाकिस्तान की हताशा भी बढ़ती जा रही है। अब जबकि पाकिस्तान सरकार को यह एहसास हो चुका है कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर का रोना रोने से भी कुछ हासिल नहीं होने वाला। साथ ही भारत ने कश्मीर के भीतर जिस तरह से सुरक्षा इतंजाम किये हैं उसकी वजह से भी यहां के आतंकियों और सीमा पार रहने वाले उनके आकाओं के बीच संपर्क पूरी तरह से टूटा हुआ है। अलावा आतंकियों के पास मौजूद गोला-बारूदों की कमी हो गई है।
बैखलाए पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर अकारण जबरदस्त गोलीबारी शुरु कर दी है ताकि आतंकवादियों की घुसपैठ कराई जा सके। भारतीय खुफिया एजेंसियों का मानना है कि अगले दो हफ्ते उन्हें और ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। नियंत्रण रेखा के करीब भारी बर्फबारी शुरु होने से पहले पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी करके घुसपैठ कराने की और कोशिश हो सकती है।
भारतीय खुफिया एजेंसियों को इस बात की सूचना मिली है कि कश्मीर में बचे खुचे आतंकियों ने सीमा पार अपने आकाओं को यह सूचना भेजी है कि उनके पास हथियारों व गोला-बारुदों की कमी है और इसकी आपूर्ति तत्काल होनी चाहिए। ऐसे में पाकिस्तान किसी भी सूरत में आतंकियों के गिरोहों को भारत में प्रवेश कराने के चक्कर में है। भारत पाक के बीच स्थिति नियंत्रण रेखा पर बर्फबारी की अभी शुरुआत है जो दो हफ्तों में तेज हो सकती है। आम तौर पर सितंबर और अक्टूबर के महीने में पाकिस्तान की तरफ से इस तरह की गोलीबारी कराने के पीछे एक बड़ा मकसद यह होता है कि सर्दियों की शुरुआत से पहले आतंकियों के गिरोह को भारतीय सीमा में भेज दिया जाए।
घुसपैठ कराने की पाकिस्तान की नई साजिश का खुलासा आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने करते हुए संवाददाताओं को बताया कि, ‘कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद अब शांति स्थापित होने लगी है। सेब का कारोबार हो रहा है, स्कूल खुल रहे हैं। लेकिन पाकिस्तान वहां शांति का माहौल नहीं बनने दिया जा रहा है ताकि अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को दिखाया जा सके कि धारा 370 समाप्त करने से वहां समस्या है। हमें पक्की सूचना है कि पाकिस्तान वहां नए रास्ते से आतंकी भेजने की कोशिश में है, लेकिन बीएसएफ के साथ ही पंजाब और जम्मू व कश्मीर की पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है ताकि उनकी साजिशों को नाकाम किया जा सके।’