उत्तर प्रदेश ब्यूरो: इनर रिंग रोड के टोल प्लाजा पर मारपीट और फायरिंग के मामले में मंगलवार को इटावा के सांसद रामशंकर कठेरिया के दो गनर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए। सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग के आधार पर पुलिस ने उनकी पहचान की थी। मुकदमे में सांसद को नामजद किया था। उनके खिलाफ अभी जांच चल रही है।
एससी आयोग अध्यक्ष और सांसद रामशंकर कठेरिया सात जुलाई को काफिले के साथ दिल्ली से इटावा की ओर जा रहे थे। काफिले में पांच छोटी गाडिय़ों के साथ एक बस भी थी। इनर रिंग रोड के टोल प्लाजा पर इन सभी को एक साथ बूम बैरियर उठाकर निकालने को लेकर टोलकर्मियों से विवाद हुआ था। इसके बाद सांसद के सुरक्षाकर्मियों और साथियों ने टोल प्लाजा के शिफ्ट इंचार्ज अनुपम सिंह से मारपीट कर दी थी। इसमें अनुपम सिंह, उनके साथी निजाम और राजेश गायके चोटिल हो गए थे। इस मामले में अनुपम सिंह ने थाना एत्मादपुर में सांसद रामशंकर कठेरिया व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। सीसीटीवी कैमरे में घटना की पूरी रिकार्डिंग थी। इसमें सांसद के सुरक्षाकर्मी फायरिंग करते दिख रहे थे। इसके आधार पर उन्हें चिह्नित कर लिया गया। इसके बाद कांस्टेबल पिंकू उपाध्याय और विपिन कुमार को निलंबित कर दिया। मंगलवार को एत्मादपुर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी विकास तोमर ने बताया की मंगलवार को दोनों सुरक्षाकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
सांसद के खिलाफ जांच नहीं बढ़ी आगे
टोलकर्मी द्वारा लिखाए गए मुकदमे में सांसद रामशंकर कठेरिया नामजद थे। सीसीटीवी कैमरे में भी वे टोलकर्मियों से भिड़ते नजर आ रहे थे। मगर, उनके खिलाफ पुलिस की जांच अभी आगे नहीं बढ़ सकी है। सुरक्षाकर्मियों को सीसीटीवी कैमरे में आधार पर चिह्नित कर गिरफ्तार कर लिया गया।
थाने में नहीं पहुंचा सांसद के पक्ष वाला पत्र
सांसद के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज होने के बाद समर्थकों ने मैनेज करने में पूरी ताकत लगा दी। दूसरे दिन ही सांसद प्रवक्ता शरद चौहान ने टोल प्लाजा के मैनेजर महिपाल सिंह का एक पत्र सार्वजनिक किया। इस पत्र में महिपाल सिंह ने सांसद को निर्दोष बताया है। यह भी स्पष्ट किया था कि सांसद ने किसी के साथ मारपीट नहीं की। उन्होंने तो बीच बचाव किया था। सांसद के पक्ष का यह पत्र केवल मीडिया के पास ही पहुंचा। इंस्पेक्टर एत्मादपुर विकास तोमर ने बताया कि इस तरह का कोई पत्र थाने में नहीं आया है।