Amit Dhaundhiyal, The Freedom News, New Delhi: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बुधवार को पिछले 24 घंटे में इस महामारी के 386 केस सामने आए हैं जो अभी तक किसी भी एक दिन के सर्वाधिक मामले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना के मामले बढ़ने का यह राष्ट्रीय ट्रेंड नहीं है बल्कि इसके लिए तब्लीगी जमात का दिल्ली में आयोजन जिम्मेदार है जिसमें शामिल होने वाले लोगों के देश के विभिन्न भागों में पहुंचने के कारण ये मामले बढ़े।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बुधवार को नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि एक ही दिन में 386 नए मामले सामने आने का मतलब यह नहीं है कि यह राष्ट्रीय ट्रेंड है। उन्होंने कहा कि तब्लीगी जमात के कारण खासतौर से तमिलनाडु, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले बढ़े हैं।
उल्लेखनीय है कि तब्लीगी जमात के मरकज से लौटे लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। तेलंगाना में ही 6 की मौत हो चुकी है। अग्रवाल ने कहा कि जिन राज्यों में कोरोना के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, उन्हें अधिसूचित कर दिया गया है और उनसे कहा गया है कि वे कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों की भी तलाश करे और जिन्हें भी कोरोना के लक्षण मिलें, उन्हें क्वारंटाइन किया जाए अथवा अस्पताल में भर्ती किया जाए।
अग्रवाल ने बताया कि तब्लीगी जमात से जुड़े 1800 लोगों को अस्पताल और क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया है। उन्होंने कहा कि रेलवे 3.2 लाख आइसोलेशन और क्वारंटाइन बेड बना रहा है। इसके लिए 20 हजार ट्रेन कोचों में जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं। पांच हजार कोचों में बदलाव का काम शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग किट, दवाओं और मास्क जैसी आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए लाइफलाइन फ्लाइट्स शुरू की गई हैं।
51 निजी लैब को अनुमति
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर रमन गंगाखेडकर ने बताया कि अभी तक देश में कोविड-19 के 47,951 परीक्षण किए गए हैं। अभी आइसीएमआर के नेटवर्क में 126 लैब हैं और 51 निजी लैबों को कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच के लिए अनुमति दी गई है।
तब्लीगी के निजामुद्दीन मुख्यालय से 2361 लोगों को निकाला गया
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन में स्थित तब्लीगी-ए-जमात के मरकज मुख्यालय से पिछले 36 घंटों में 2361 लोगों को निकाला गया है। अब वहां कोई भी व्यक्ति नहीं है। ट्विटर पर यह जानकारी देते हुए सिसोदिया ने कहा कि 2361 लोगों में से 617 को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। बाकी को क्वारंटाइन किया गया है। उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टाफ, पुलिस और दिल्ली परिवहन निगम के स्टाफ ने जान की जोखिम उठाकर 36 घंटे अभियान चलाया।
देश में कोरोना वायरस के 10 हॉटस्पॉट, सरकार का इन पर फोकस
पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 10 हॉटस्पॉट हैं जिन पर सरकार ने फोकस किया है। इन 10 हॉटस्पॉट ने 1200 से अधिक लोगों को संक्रमित किया और कम से कम 35 जानें ले लीं। दो-दो हॉटस्पॉट उप्र, दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र में और एक-एक गुजरात और राजस्थान में हैं।
दिल्ली : निजामुद्दीन पश्चिम व दिलशाद गार्डन दिल्ली में पहला हॉटस्पॉट निजामुद्दीन पश्चिम है, जहां तब्लीगी जमात का आयोजन हुआ।