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अच्छे दिन की कमी कहां है पूछ रही सरकार, अबकी बार डॉलर के आगे निकल गयी है प्याज

नई दिल्ली: केंद्र में 6 साल से नरेन्द्र मोदी की सरकार है और आगे और 4 साल तक ये सरकार रहने वाली है। महंगाई कम करने का तथाकथित दावा करने वाली मोदी सरकार में प्याज ने गरीब से लेकर आम आदमी को रुला दिया है। एक लम्बे अरसे से देश में प्याज महंगे दामों पर बिक रही है। प्याज की कीमत देश के कई हिस्सों में 100 रुपये को पार कर गई है। ये कहा जा सकता है कि प्याज ‘डॉलर’ से भी ज्यादा मंहगी हो गई है।

जब नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री नहीं बने थे तब कांग्रेस राज में प्याज महंगी हो गई थी। उसी समय मोदी प्याज के बढ़े दामों को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर रहते थे। मोदी की सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें वो प्याज के बढ़े दाम को लेकर गरीब की थाली से तुलना कर रहे हैं। मोदी जी का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें मोदी कह रहे हैं कि,

“जब सरकार बिना ‘प्याज’ के आंसू निकाल देती हो ऐसी दिल्ली की सरकार के पापों का परिणाम देखिए की आज हिंदुस्तान में गरीब जो बेचारा गेहूं की रोटी बाजरे की रोटी और मक्के की रोटी के साथ प्याज खाकर गुजारा करता था इन्होने (तत्कालीन सरकार) प्याज को भी छीन लिया है। जिन्होंने गरीब के प्यार को छीना है, ऐसी सल्तनत को पूरे हिंदुस्तान से छीन लेने की जरुरत है।”


कांग्रेस की तत्कालीन केंद्र सरकार में महंगी प्याज को मोदी तब उसके ‘पापों’ का परिणाम बताते थे। लेकिन अब नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, प्याज 100 रुपये किलो बिक रही है। अब यहां सवाल बनता है कि महंगे प्याज के लिए, “अब किसके पापों का परिणाम है?”

फिलहाल प्याज की कीमतों में गिरावट के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। दिल्ली के रिटेल बाजारों में जो प्याज 75 से 80 रुपये किलो बिक रही थी। वो प्याज अब ठोक मंदी में ही 80 से 90 रुपये किलो बिक रही है। वहीं रिटेल बाजार में यही प्याज 110 से 120 रुपये किलो बिक रही है। उधर लखनऊ में भी प्याज महंगी है। प्याज एक लम्बे अरसे से महंगा है उसपर लगातार बढ़ती कीमत ने लोगों के लिए परेशानी कड़ी कर दी है।

बता दें कि मंगलवार को एक अमेरिकी डॉलर 71.80 पैसे का है और एक किलो प्याज की कीमत 100 रुपये को भी पार कर गई है। ऐसे में केंद्र सरकार को आम लोगों को बढ़े प्याज के दाम में राहत देनी चाहिए।

द फ्रीडम स्टॉफ
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