अपने देश में कश्मीर में सक्रिय आतंकियों और उनके पक्ष में खड़े पत्थरबाजों के समर्थकों की कमी नहीं है। उनकी नज़र में वे लोग भारतीय सेना के सताए हुए लोग हैं। वैसे तो यह दुष्प्रचार आमतौर पर भारतीय सेना को कलंकित कर उसे घाटी से हटाने की पाकिस्तानी साज़िश का हिस्सा ही है, लेकिन इससे […]
नज़रिया
मुद्रा लोन से 7 करोड़ स्वरोज़गार पैदा हुआ, अमित शाह को ये डेटा कहां से मिला मोदी जी- रवीश कुमार
यह न तंज है और न व्यंग्य है। न ही स्लोगन बाज़ी के लिए बनाया गया सियासी व्यंजन है। रोज़गार के डेटा को लेकर काम करने वाले बहुत पहले से एक ठोस सिस्टम की मांग करते रहे हैं जहां रोज़गार से संबंधित डेटा का संग्रह होता रहा हो। लेकिन ऐसा नहीं है कि रोज़गार का […]
क्या अब क़ानून हाथ में लेकर बलात्कारियो को सरेआम मार डालने का समय आ गया है ? – ध्रुव गुप्त
उत्तर प्रदेश के बलिया में छुट्टियों से लौट रही एक सत्रह साल की छात्रा की बलात्कार के बाद हत्या की त्रासद खबर अभी ठंढी भी नहीं पड़ी थी कि मध्यप्रदेश के मंदसौर में आठ साल की एक नन्ही बच्ची के साथ बलात्कार और उसके साथ अमानुषिक सलूक की खबर देखकर हर संवेदनशील व्यक्ति भीतर तक […]
अपराधी के लिए कोई दुआ नहीं कर रहा, ऐसी अफवाहें मत फैलाइये – रवीश कुमार
बलात्कार की हर घटना हम सबको पिछली घटना को लेकर हुई बहस पर ला छोड़ती है। सारे सवाल उसी तरह घूर रहे होते हैं। निर्भया कांड के बाद इतना सख़्त कानून बना इसके बाद भी हमारे सामने हर दूसरे दिन निर्भया जैसी दर्दनाक घटना सामने आ खड़ी होती है। कानून से ठीक होना था, कानून […]
नोटबंदी के दौरान गुजरात के दो सहकारिता बैंकों में किसके पैसे जमा हुए?- रवीश कुमार
अहमदाबाद ज़िला सहकारिता बैंक में नोटबंदी के दौरान सबसे अधिक पैसा जमा हुआ है। 8 नवंबर को नोटबंदी लागू हुई थी और 14 नवंबर को एलान हुआ था कि सहकारिता बैंकों में पैसा नहीं बदला जाएगा। मगर इन पांच दिनों में इस बैंक में 745 करोड़ रुपये जमा हुए। इतने पैसे गिनने के लिए कर्मचारी […]
भारत की राजनीति में स्वास्थ्य और शिक्षा के सवाल मायने नहीं रखते- रवीश कुमार
आने वाले दिनों में भारत का मीडिया आपको कश्मीर का एक्सपर्ट बनाने वाला है। पहले भी बनाया था मगर अब नए सिरे से बनाएगा। मैं उल्लू बनाना कहूंगा तो ठीक नहीं लगता इसलिए एक्सपर्ट बनाना कह रहा हूं। भारत की राजनीति बुनियादी सवालों को छोड़ चुकी है। वह हर महीने कोई न कोई थीम पेश […]
नौकरशाही में बदलाव के नाम पर मोदी सरकार का नया स्टंट – रवीश कुमार
मोदी सरकार का एक नया स्टंट लाँच हुआ है जिसे लेकर आशावादी बहस में जुट गए हैं। इस स्टंट का भी बाक़ी स्टंट की तरह मक़सद यही है कि लोग बहस करें कि कुछ हो रहा है ख़ास कर ऐसे समय में जब कुछ नहीं हो रहा है के सवाल सरकार को कस कर घेरने […]
सबल और सशक्त भारत के नायक थे बाबा साहब डॉ. भीमराव जी अम्बेडकर- संजय जोशी
डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के बारे में लोग उन्हें सिर्फ सविधान निर्माता और दलितों की आजादी के मसीहा के रूप में जानते है। उनके द्वारा किये गए वो अविस्मरणीय कार्य जो दलितों के लिए नहीं अपितु सबके लिए थे । इस बात को बार बार परखा गया और आजमाया गया है। सही मायने में देखा जाय […]
आजम खान को बेनकाब करे योगी सरकार- संजय जोशी
समाजवादी पार्टी की उप्र की सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले आजम खान की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है, कारण हुकूमत बदल चुकी है! आजम खान ने गहरे समन्दर डुबकी लगाई और बहुत मोती चुराए! आखिर मियां साहब ने सोने की अंडे देने वाली मुर्गी जो पाल रखी थी! जिस मुस्लिम समाज […]
राजकिशोर के जाने से बहुत कुछ चला गया – ओम थानवी
राजकिशोरजी नहीं रहे। हिंदी पत्रकारिता में विचार की जगह आज और छीज गई। कुछ रोज़ पहले ही उन्होंने अपना प्रतिभावान इकलौता बेटा खोया था। पिछले महीने जब मैं उनसे मिलने गया, वे पत्नी विमलाजी को ढाढ़स बँधा रहे थे। लेकिन लगता था ख़ुद भीतर से कम विचलित न रहे होंगे। मेरे आग्रह पर राजस्थान पत्रिका […]